वाणी- 3 क्या है वो जो संभाले है, सारे रिश्ते-नातों की डोर, वाणी है वो हमारी, जिसके हाथ है सारी बागडोर| तो न है मिथ्या की आशा, न सत्य है मेरी जिज्ञासा, वाणी नियंत्रित कर सकूँ, बस इतनी सी अभिलाषा| #वाणी #अभिलाषा #vineetvicky #yqdidihindipoetry #poetryflashes #nanowrimo2020 #encoreekkhwab #encore_ek_khwab