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हर दिन मुझे सपनों का एक महल सा लगता है रात सोते हु

हर दिन मुझे सपनों का एक महल सा लगता है
रात सोते हुए जब अपने संजोती हूं
आंख खुलते ही सूर्य के प्रकाश के समान उन्हें 
फैलाना चाहती है,
पंछियों के समान नील गगन में उड़ता चाहती हूं।
अपने सपनों की उड़ान लेकर एक 
लंबी  सी यात्रा करना चाहती हूं
एक विश्वास के साथ अब ज़िन्दगी जीना चाहती हूं।
अपने सपनों को एक सच्ची सी  राह देना चाहती हूं।

©Sansriti Kapoor #morning
#sapne 
#भाव 
#मन 
#दिल
#Zindagi 
#शायरी 
#सुबह
हर दिन मुझे सपनों का एक महल सा लगता है
रात सोते हुए जब अपने संजोती हूं
आंख खुलते ही सूर्य के प्रकाश के समान उन्हें 
फैलाना चाहती है,
पंछियों के समान नील गगन में उड़ता चाहती हूं।
अपने सपनों की उड़ान लेकर एक 
लंबी  सी यात्रा करना चाहती हूं
एक विश्वास के साथ अब ज़िन्दगी जीना चाहती हूं।
अपने सपनों को एक सच्ची सी  राह देना चाहती हूं।

©Sansriti Kapoor #morning
#sapne 
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#मन 
#दिल
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#शायरी 
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