मेरी नज़रों का हारा वो खुद को बेकश कहने लगा ...... बिछड़कर वो हमसे हरदम बेहोश रहने लगा....... क्या किया जाये जो हम किसी और के हिस्से में थे........ दिया जो हमने उसके लिए वो उसके किस्से का अदा था....... कहने लगा प्यार तुमसे जो था दुनिया की हद से ज्यादा था...... ©G0V!ND DHAkAD #freebird meree #nazaron ka hara vo khud ko #bekash kahane laga ... #bichhadakar vo hamase haradam #behosh rahane laga....