तुम शिखर पर हो। मेरी सुरुआत है। बावजूद हममे तुममे कोई अंतर दिखाई नहीं पड़ रहा। तुम अनंत हो। मैं शून्य हू। बावजूद हममें तुममें कोई अंतर दिखाई पड़ रहा। तुम विद्धवान हो। मै एक साधारण बालक। बावजूद हममे कोई अंतर दिखाई नही पड़ रहा। तुम मानव हो। मैं भी मानव हूँ। बावजूद अंतर सिर्फ इतना है। तुममें मानवता नही है। Amitesh #yqdidi #yqhindi #yqdada #yqhindipoem