** गज़ल ** कितना बेचैन करके जा रहे हो , तुम हमको छोड़कर के जा रहे हो! अब हमें नींद ना आने वाली , तुम इतना शोर करके जा रहे हो! गर जाना था तो बस बोल देते, क्यों इतनी बातें बना कर जा रहेहो! बातों से बातों को बुनना सीख लो तुम , क्योंकि तुम बातों में पकड़े जा रहे हो ! सुनो इश्क करने में हम उस्ताद हैं , जिसमें तुम आजमा कर जा रहे हो! हमारे दस्तरश को और नहीं नापो तुम, चले जाओ जहां को जा रहे हो !! ~देवेश त्रिपाठी ©देवेश 'अनम' #Blossom #gajal #geet #mamta