अद्भुत तत्वों से बना यह जग अद्भुत इसकी माया है अनगिनत प्राणियों का वास यहां पर सहस्त्र रूप समाया है!! विधाता की रचना में देखो एक ऐसा यहां पर वस्तु बना इसके लघु आकार में अनिगित गुणों का जाल घना!!! व्रत धारी को भोजन देता ऊर्जा का तो यह शिव है दुबले खाकर मोटे होते इसके अंदर ऐसा सुख है!!!! हर सब्जियों में यह भ्राता युधिष्ठिर, हर परिस्थिति का समाधान करें जब बचा ना हो रसोई में कोई शस्त्र ,तो मनुष्य इसका संधान करें प्रेम तत्व इसमें इतना हर किसी को अपना बनाता है जो मनुष्य आलू खाता है हर तत्व इसमें पाता है!!! त्वचा को सुदृढ़ करें यह हड्डियों का विधाता है जो मनुष्य इसको खाता है इसका ही गुण गाता!!!!!! आलू के बिना यहॉ पर हर दिन अधूरा हो जाये पापड़,चिप्स अरू भुजिया न मिले तो जीवन का रथ ठहर जाए!!!! जैसी कल्पना करें मनुष्य ,वैसा आकार इसमें पाता है एक मनुष्य तो ऐसा यहां पर जो आलू से सोना बनाता है!!!!! #NojotoQuote आलू