करो यह शुक्र रे बंदों तुम्हारे पास मां भी है छिपाने गम का हर मंजर खुशीयों का आसमां भी है रखो कुछ कद्र मां की तुम वो भी भगवान होती है जिनके पास नहीं होती पूछो उनसे मां क्या होती है ©kavi abhiraj मां क्या होती है