कभी खुशी तो कभी गम जिंदगी एक सुहाना सफर है, मुझ पर जो खुमार चढा है इश्क का तेरी मासुमियत का असर है, तुम जो आखों के सामने से गुजरे तो पलकें झपकना भूल ग्ई, फिर दिल में एसे समा गए जैसे ये मूदतों से तेरा घर है। S Kay Nain ©S Kay Nain s Kay nain Romantic Shayri #skaynain