हर इंसान बहता हुआ पानी की तरह है जिस तरह अपना रास्ता पानी खुद बा खुद बनाती है लेकिन पानी का रास्ता कोई और बना रहा है फिर उसका कोई इरादा है। प्रकाश उइके ##इंसान बहता हुआ पानी की तरह है