गूँगा शहर कर लो रंग-ए-वफ़ा नज़्र हमारी बाद इसके ऐसा पहर न मिलेगा पिये हैं जो घूँट हमने मान के अमृत ऐसा किसी को ज़हर न मिलेगा रहते हैं खड़े बुत यहाँ कतार में ऐसा कहीं गूँगा शहर न मिलेगा। #Merikalamserajsargam#nojotohindi#emotions#feelings