एहसास को उनके दीदार- ए -इश्क कबूल बैठे हैं कत्ल हो कर उसकी आंखों से सदा मकबूल बैठे हैं बसाये थे गांव मोहब्बत के जो जज्बातों की जमीं मे पता लिख कर रकीब का अब अपना मकां भूल बैठे हैं #mera_ghar