खुशबु से भरे तेरे खत ढुढँता हुँ मै आज भी तेरी गलीयो मे मोहब्बत ढुढँता हुँ, तेरे वो नजम जो दिल को छू लेते थे न जाने दिल मे कैसे घर कर लेते थे आज हर बात मे वो नजम ढुढँता हुँ। आज भी तेरी गलीयो मे......... वो होठो की मुसकान वो चेहरे की रौनक जो सुबह की याद दिलाती थी , दिन भर सुकून देती और रातो को सताती थी, अँधेरे मे भी वो रात ढुढँता हुँ। आज भी तेरी गलीयो मे........... युँ घँटो बाते करना वो तेरा मुझपर मरना दुनिया के दर्द को छोडकर ,बस मुझसे प्रेम करना , अब फिर से वही किसमत ढुढँता हुँ। मैं आज भी तेरी गलीयो मे मोहब्बत ढुढँता हुँ .........।।####Dev $$$$ #gif TERE KHAT ....