मिले कई नए चहरो से अनजाने थे सब पहले दिन क्या पता था बन जायँगे ज़िन्दगी ये आखिरी दिन.... कुछ दिल ले गए कुछ सीख दे गए..... सफर चलता रहा नए मोड़ दिखे दिल रोया कई बार पर दोस्तों का था साथ.... की लड़ाई खूब पर रहे हमेशा खुश.... बचपने से बड़े होने की धुन सीखी कोलेज की गलियों में घूम.... थी वो ख़ूबसूरत सी दूनिया जो याद बनकर रह गयी हर पल.... हर दिन होता था अतरंग कॉलेज जाते जाते हो गयी आदत बेढंग करने लग गए काम उधंग ख़ुशी मिलती जिससे हरदम..... करि खूब मस्ती रंगों संग क्या पता था हो जयगे अलग एक दिन हर रंग..... फिर भी कहानी हुई न खत्म हुए सब अलग फिर भी साथ रहे हम।।।। कॉलेज इसी दुनिया में हो कर भी एक अलग ही दुनिया है। कॉलेज एक कोलाज है कहानियों का, जिस में हर किरदार अनोखा है। कॉलेज वो जगह है जहाँ रोज़ कहानियाँ बनती हैं बिगड़ती हैं। कोई लिखने बैठे तो कहानियों का अम्बार लगा दे। अपने कॉलेज सिंपल, चटपटे, मज़ेदार क़िस्सों को साझा करें।