तुम मुझे बीमार कर गए कल रात ख़ाब में अचानक आ के अब मेरा क़िरदार तेरे दरमियान मुश्त-ए-ग़ुबार जैसा है जिस तरफ आंधियां अब ले जाएं उस तरफ हम बहे जाते हैं।। Tum mujhe beemar Kar Gaye Kal Raat khaab mein achanak aa ke Ab Mera kirdaar tere darmiyaan Musht-e-Gubaar jaisa hai Jis taraf aandhiyan ab le jayen us taraf hum bahe jate Hain... तुम मुझे बीमार कर गए कल रात ख़ाब में अचानक आ के अब मेरा क़िरदार तेरे दरमियान मुश्त-ए-ग़ुबार जैसा है जिस तरफ आंधियां अब ले जाएं उस तरफ हम बहे जाते हैं।। Tum mujhe beemar Kar Gaye Kal Raat khaab mein achanak aa ke