गर फासले ज़रूरी हैं, तो फासले बनाये रखिये, जिंदगी खूबसूरत है, जिंदगी यूँ ही सजाये रखिए | रोज़मर्रा की जिंदगी में, जिंदगी रोज़ मरती है, कभी तो जी उठेगी, हर मोड़ पर आस लगाये रखिए | पोटली में दफ़न हैं, माज़ी के कई ज़ख्म गहरे, वो तुम्हें भूल जायेंगे, आप उन्हें भुलाये रखिए| वस्ल की बेचैनी हो, या हिज्र की मुसीबतें, दोनों उसकी इनायतें हैं, दिल लगाये रखिए| अँधेरा जायज़ है, अँधेरे को रहने दो ‘वीर’, सिर्फ अपने दिल में शमा जलाये रखिए| ek ummeed✌️