पापा के सिर का है जो ताज मां से उसका नही कोई राज पापा से वो लड़ती ऐसे भाई हो पापा उसके जैसे मां बिना ना वो कुछ ऐसे मां ही उसकी सहेली जैसे जैसे भी हो लड़ती झगड़ती मां पापा में उसकी जान है बस्ती ©diksha batra #maapapalove #paper