कल तलक अच्छी भली थी मैं जो भी थी मैं थी मैं फ़िर तुमने दस्तक दी और थोड़ी थोड़ी बदलने लगी मैं भरोसे का आसमां दिया तुमने उम्मीदों के पर लगा उड़ने लगी मैं सुकूं भरी नींद दि तुमने और सपने बुनने लगी मैं राब्ता नहीं था मेरा तुझसे दूर तलक अब तेरी ही ओर बढ़ने लगी मैं धीरे- धीरे तुझमें यूं ढल गयी अब मुझमें भी रही ना मैं।। #Adhura Mann# #kltalak#achhibhali#memo#love #qdidi#qbaba