१..योगी तेरी बातों में खोखलापन दिखता है, सच कहूँ तेरे कार्यो में दोगलापन दिखता है। योजना शहर नाम किये बस पंडीत दिनदयाल के, और कोई वीर नहीं था क्या तेरे भूसा भरे दिमाग में। रानी लक्ष्मी को भूला तु भूला अशोक महान को, बुद्ध भुलाकर याद किया बस तूने दिनदयाल को। खुद को योगी ना बोलाकर तुझमे बहुत नीचता है , योगी तेरी बातों में खोखलापन दिखता है। २.लाखों की तूने नौकरी छीनी है मुश्कान को, बुरी निगाहें ना डालो अब पॉल्टेकनिक वरदान को, कैसा है ये P.M जो लालकिला भी बेचता है, P. M आपकी बातों मे भी खोखलापन दिखता है ३..हर कोई समझ चूका अब इनकी कायरता सी चाल को, अंधविस्वास को दिये महत्व ये दिए कल्पनिक राम को। गीरने की भी हद होती है कितनी बार ये गिरता है, P. M,C. M की बातों में अब खोखलापन दिखता है। ४...पेट्रोलियम, महंगाई बढ़ जाए और G.D.P जब गीरता है, एक भी कंपनी दिये नहीं पर 23 कंपनियां बेचता है, तब P. M आपकी बातों में खोखलापन दिखता है। ...✍Pradum Maurya (माफ़ कीजियेगा🙏🙏 भावनाओं में बह गया ) bad political leaders