जब जब देखूं तुझको तब तब मैं सब बिसरत जाऊं। तुझको पा के जैसे मैं एहसास ए जन्नत पा जाऊँ। तू ना मिले उदासी मैं घिर जाऊं। तुझको पाने के लिए मैं सौ सौ कोड़े भी खा जाऊं। जब मिल जाए तू तो,दुनियाँ की हर दौलत मैं पा जाऊं, तेरे पास आ जाने से मैं चंपल चंचला बन जाऊं। तुझको देख के मुंह के रस रसगंगा बन जातें । खुशियां बनके रोम रोम में बहत जातें। मीठा सा स्वाद मुंह में घोलकर मदहोश कर जातें । आप पूरा कैप्शन में जरूर पढ़ें,, फनी पोयम, बहुत सारे मजेदार किस्सों को लिए हुए, चुनिंदा एहसासों से भरी,,, जब जब देखूं तुझको तब तब मैं सब बिसरत जाऊं। तुझको पा के जैसे मैं एहसास ए जन्नत पा जाऊँ,,, तू ना मिले उदासी मैं घिर जाऊं।