सुन सहेली सूरज की, चल अपने कदम बढ़ा आसमान की सीरत पर तू अपना रंग चढ़ा रंग रात का अलख जगा, रंग हो दिन का नूर साये भी अब धनक ओढ़ ले जो तुझको मंज़ूर बन कर तू तूफ़ान कौंध जा, ऐसे ओढ़ फितूर अड़ी गोटियाँ, टेढ़े पासे, पर हो तू मंसूर हाथों की तंग लकीरों से हिम्मत के पेंच लड़ा आसमान की सीरत पर तू अपना रंग चढ़ा वो किरणों से लिखी इबारत सूरज की सहेली #kavishala #hindinama #tassavuf #skand #love #wokirnoselikhiibarat #wo_kirano_se_likhi_ibarat #kiranTh #वो_किरणों_से_लिखी_इबारत