ये नए लोगों का युग है यारों, मतलब दिखा तो रिश्ते जोड़ लिए जातें हैं। मतलब खत्म तो रिश्ते तोड़ दिए जातें हैं। रिश्ते गुलाब की पंखुड़ियों की तरह हो गए हैं, ख़ूबसूरती खत्म होते ही मरोड़ दिए जातें हैं। #मोहित_द्विवेदी #matlab_ke_rishte