जड़ें मजबूत ठहरी विसंगतियों की वृक्ष की शाखाओं तक फैला विकार है, रक्तबीज पुनःपुनः जन्म ले रहा फिर किसी संहारकर्त्री दुर्गा की दरकार है। प्रीति साक्षरता -literacy लैंगिक समानता -gender equality परवाज़ -flight कब तक? आख़िर कब तक? जी आपके " कब तक? आख़िर कब तक?" इस सवाल पर एक छोटी सी कोशिश की है उम्मीद है निराश नहीं किया है मैंने आपको 🙏🙏😊😊 #yqdidi #yqpoetry #oneindia #ekbharat #YourQuoteAndMine Collaborating with Anshul Joshi