प्रमुदित है मन, ध्वज राम का फहरा रहा है, विचलित है अरि, भयभीत हो घबरा रहा है, राज कर रहा है, वो सम्राट बड़ा गुणवान, कुसुमित है जन,परचम हिंद का लहरा रहा है ! कवि आनंद दाधीच, भारत ©Anand Dadhich #modi #PM #India #kaviananddadhich #poetananddadhich #bestquotes #Hindi #happybirthdaypmmodi