तुम्हें मेरी क़दर न रही जरूरत थी शायद,वो तुम्हारी जिसे हम ने मोहब्बत समझा इसलिए तो जरूरत बीत जाने पर अब तुम्हे हमारी जरूरत न रही ©कनिष्का #Art #Art