❤️❤️ रोज़ गिराती है वोह हौसले मेरे, में रोज़ अपनी चाहत बढ़ा लेता हूं, रोज़ गिराती है वोह हौसले मेरे.. में रोज़ अपनी चाहत बढ़ा लेता हूं, के... हर लम्हा कीमती है उसका मेरे लिए... के... हर लम्हा, कीमती है उसका मेरे लिए... वोह फोन काटने को कहती है में बात आगे बढ़ा देता हूं । के डर है उसकी बेशकीमती दोस्ती ना खो दू कहीं.. के डर है उसकी बेशकीमती दोस्ती ना खो दू कहीं.. वोह सास भी लेती है यारो तोह में इबादत बढ़ा देता हूं । #thirdquote #शायरी #shayari #love I wrote this one when my Love said no indirectly to me due to her personal reasons and took a pose on my proposal. I call her beautiful soul.