काहे मनवा ना माने रे सपनों के पीछे भागे रे ये मनवा चैन ना पावे बुने सपनों के धागे रे काहे भागे नैनन रे सपनों के पीछे आगे रे ... काहे सपना देखा नैनन ने बंधी डोर खुल खुल जावे रे काहे जागे ये दिन रे काहे जागे रतिया रे काहे भागे नैनन रे सपनों के पीछे आगे रे... _mywords swatikashyap #मनवा#mywords#nojotohindi#nojotopoetry