Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेरा प्रेम पत्र, बताता रहा एहसास मेरे..! दूर होकर

मेरा प्रेम पत्र,
बताता रहा एहसास मेरे..!
दूर होकर भी,
कितने हो तुम पास मेरे..!
सारी दुनिया से,
लड़ सकता हूँ इक तेरी ख़ातिर..!
और क्या कहूँ,
कितने हो तुम ख़ास मेरे..!

©SHIVA KANT(Shayar)
  #mohabbat #prempatra