न जाने कौनसा पल आखिर हो तो खुल के जियो। न जाने कौनसी बातें आखिरी हों तो समझ के बोलो। न जाने कितने दिन बचे ज़िंदगी में तो जिससे इश्क़ करते हो तो जाकर कह दो। न जाने कौनसी मुलाकात आखिरी हो तो सब से मिलझुल कर रहो। दो पल की तो ज़िंदगी मिलती हैं उसमे भी हम पता नहीं कितनो से दुश्मनी मोल ले लेते है इसलिए सबसे मीठे बोल बोलो। राधे - राधे achcha लगे to like krna guys