फ़ितरत नहीं बदलती (कृपया अनुशीर्षक में पढ़ें) जो कभी रास्ते में छोड़ जाए, तुम्हारे वापिस आने पे ही अपनाए, क्या ताउम्र साथ निभा पायेगा, क्या अपना विश्वास दिला पायेगा, आदतें बदल जाती है, मग़र फ़ितरत नहीं बदलती। जो कभी बस प्यार का दिखावा करे,