प्रेम... निर्मल प्रेम की हो , इतनी सी परिभाषा मन पवित्र हो , न हो पाने की अभिलाषा.. #प्रेम #परिभाषा नहीं जिसकी कोई बांध सका न सीमित कोई... #राधाकृष्ण #सीताराम #गौरीशंकर #yqlove