शब्द कभी जो बेईमान हो जाये, व्यथा हृदय की गुमनाम ही सही। आँखें भी जो पढ़ ना पाये तुम, वो अश्रुओं के पर्दे में सही। समझ ना पाये जो कोई तो, बेचारा तन्हा दिल ही सही। एक गलत इंसान के लिये, वो पाक प्रेम आज नापाक सही। कथित रिश्तों की फ़ौज में, बेगाना सबसे हम सही। समझदारों की इस दुनिया में, नासमझ हम बेवकूफ सही।। #NojotoQuote #nojoto #nojotohindi #poetry #nojotoofficial #kabyashala #napak #prem