हक़ीक़त का ही एक अनछुआ पहलू होती है जो माना खुद साकार नहीँ होती पर इंसान का खुद से सरोकार होती हैं। - अदिती कपीश अग्रवाल ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1012 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।