सूर्य ताप से कभी जला ना कोई अपने आप से कभी मिला ना कोई जख्म दिए मानव ने जो मानव को उनका मन में कभी गिला ना कोई शरीर काट कर सील दिए हमने कई घाव आत्मा का कभी सिला ना कोई सोच समझकर जो कांटे बोए हमने उन पर फूल कभी खिला ना कोई Part 1 #कविता #poetry #poem #poems #shayari #शायरी #nojoto #nojotohindi #tmasweb