लड़ेंगे ज़रूर,मैदान "ए"शहादत में। मरने का खोफ, खुदा के बन्दों को, ज़रा सा भी नहीं। KAFIR ZOGA GULAM वो बादशाह भी ......... वो बादशाह भी , तबाह कर दिए , सुल्तान थे, कहलवाते आलम के , फिर तेरी विसात क्या,। "राम" बनाया , ज़रिया"ए"हुकूमत , ,नहीं है ,बराबर ,तू ए हुक्मरान ,