फिर से मोहब्बत होगी, फिर से अजमाइश होगी.. बुरे समय में ही रिश्तों की पैमाइश होगी.. मुझे नया दिलबर नही पुराने ही दोस्त चाहिए.. जरा देखो कहीं कुछ तो गुंजाइश होगी.. ©काव्यपीयूष Follow me on Instagram @kaavyapeeyush #काव्यपीयूष #kaavyapeeyush #prb #नमो #peeyushwrites #shyari #poeticpeeyush