रूठा रूठा यार रब्बा, माने न केहड़ा। तू की जाने मेनू, पड़ा किन्ना सहड़ा। किन्ना सेहड़ा....... किन्ना सेहड़ा....... तुझे की पता है सानू, कब से तुझे चाहे.. कबसे तुझे चाहे। जद जद तेनु सोचे, अंख भर आये.. अंख भर आये।। जो भी मेरे दिल विचों, आज तेनु कहना, ओ किन्ना सेहड़ा किन्ना सेहड़ा.. किन्ना सेहड़ा। राहा में जो में चल्लू, तेरा साया पिछू आवे। बंद करू अक्खा में, ओर तू दिख जावे। कैसे भूले तुझे, अब तेरा सजना, ओ किन्ना सेहड़ा तू की जाने मेनू, पड़ा किन्ना सहड़ा। #love