माथे का पल्लू पार्ट -3 #माथे का पल्लू #माथे का पल्लू - 3 https://hindi.pratilipi.com/story/IkagAqy7LleO?utm_source=android&utm_campaign=content_share आलमारी से कपड़े निकालते वक़्त वो डिब्बी मिली जो मैंने राज के लिए ली थी पर कभी दे नही पाई,जाने क्या सोच कर मैंने उसे भी पैक कर लिया,पैकिंग खत्म करके मैं सोने चली गयी पर नींद आँखों से दूर थी...!!! पुरानी यादें आँखों में आंसू बन चमक रही थी...!! जैसे तैसे सुबह हुई और मैं ऑफिस के लिए निकलने वाली थी पर तभी सुशांत सर की कॉल आई और उन्होंने बताया कि वो पिकअप करने का रहे है,कुछ देर के इंतजार के बाद मैं उनके कार में थी और मेरे साथ थी मेरी ख़ामोशी....!!