आज की इस रात में सिर्फ और सिर्फ तन्हाई के अंधेरे है दूर से देखा तो लगा शायद एक रोशनी भी है पास जाके देखा तो पता लगा की वो तो दुख और फरेब के सवेरे है तन्हाई के अंधेरे #तन्हाई #अंधेरे #सवेरे