#दोस्ती (भूल न जाना ऐ दोस्त) -- RK (R.sharma)
तेरी छवि अब धुंदली होने लगी होगी
तेरे यादों से भी अब समझौता करने लगे होंगें
लेकिन दिया बुझता नही है वो जो रौशन दिल को करे
तेरे से जुड़ा मेरा तार को तो सलामत खुदा करे।
यादें तो बस आईना है मन का इसका ऐतबार क्या
धुंदली भी होती है तो, रौशनी से जगमगा भी उठती है
तो क्या हुआ अगर धूल के पहरे पड़ने लगे है यादों पर #Nojotovoice#nojotovideo