आए हो तुम आज सावन बनकर, प्रीत में तोरी साजन मैं बैठी जोगन बनकर, हाथ मेहंदी लगा के, बांह चूड़ा सजा के, श्रृंगार करूँ मैं तेरी सजनी बनकर, आए हो तुम आज सावन बनकर... बागों में झूला झुलू, तुझ संग लुक-छुप खेलूं, रिमझिम फुहार में भीगू, प्रेम रंगों से खेलूं, आए हो तुम आज सावन बनकर... अब के बरस साजन तुझको न जाने दूँगी, सावन चला जाए पर ये प्रीत निभानी होगी, प्रेम का रंग चढ़ा कर अब न उतरने दूँगी, जहां तू होगा साजन वहाँ तेरी सजनी होगी, आए हो तुम आज सावन बनकर... #साजन #सावन #सजनी #प्रीत #yqbaba #yqdidi #yqpowrimo #pchawla16