वक्त को भी वक्त लगेगा और, उस अनकही पहेली को सुलझाने में। कि क्यों मासूमियत तेरी, खामोशी में सिमट कर रह गई। आखिर क्या बात थी वो, जो तेरी जुबान पर आते आते रह गई। जिसकी आंखें करती थी हजार बातें, क्या उसे अल्फाजों की कमी रह गई। ©Monika Rathee #अधूरी_बात #वक्त #खामोशी #story