तुम दोस्त नहीं तुम तो दुश्मन से बदतर थे हालात तुम्हारे बस मुझसे अच्छे थे दिखने के राम मन के तो रावण थे तुम दोस्त नहीं तुम से दुश्मन अच्छे थे मेरे सामने कुछ और मेरे पीठ पीछे न जाने क्या क्या करते थे तुम दोस्त नहीं तुम से दुश्मन ही अच्छे थे झूठ फरेब सदा लब पर था तुम्हारे तुम दोस्त तो बिल्कुल नहीं तुम तो दुश्मन से भी लाख गुना बदतर थे हम अकल के कच्चे जरा नादान और बच्चे थे तुम जैसे एक दोस्त से तो लाखो दुश्मन ही अच्छे थे #fakefriendships #beawareofakepeople