जोड़ी हो गौरी शंकर जैसी छवि हो प्रियवर की ऐसी पढ़ ले जो मेरे नयनों कि भाषा मिले कोई ऐसा है मन में अभिलाषा प्रेम को मेरे समझे वो रंग में अपने रंग दे वो देखूँ जिधर दिखे वो प्रेम में रंगे वो रँग रसिया बस जाए उर में मन बसिया मीठी मीठी सी तक़रार हो फ़िर प्यार कि बरसात हो खुशियों भरी दिन रात हो इक दूजे पे हमें विश्वास हो इक दूजे का सदा साथ हो अधरों पे सदा मुस्कान रहे प्रेम ही हमारी पहचान रहे इक दूजे के हम शान रहे बिन प्रेम कोई ना काम रहे प्रेम जो ना देखी हो कोई ऐसी जोड़ी बन जाए गोरी शंकर जैसी।। #गौरीशंकर #प्रेम #yqdidi #life #poetry #hindi #love #composingdiaries