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अपने लिए थोड़ा-सा समय चाहती हूँ मैं जिंदगी की उलझनो

अपने लिए थोड़ा-सा समय चाहती हूँ मैं
जिंदगी की उलझनों से
थोड़ी सी फुरसत चाहती हूँ....

सुलझा सकूँ उलझे मन को
बहला सकूँ रूठे दिल को
मना सकूँ खुद को..
समझ सकूँ स्वयं को
थोड़ी सी फुरसत चाहती हूँ !!
अपने लिए थोड़ा सा समय चाहती हूँ!!
फिर से बचपन में जाकर
कुछ शैतानियाँ कर लूँ
सखी-सहेलियों संग...पोशम्पा खेल लूँ
दिल के कोने में छिपे बच्चे को फिर से हँसाने को
थोड़ी सी फुरसत चाहती हूँ!!
हाँ अपने लिए थोड़ा-सा समय चाहती हूँ
अपने  होने का एक बार फिर...
 एहसास मैं कर लूँ...
खुद को ही खुद से एक बार तो मिलवा दूँ
जो भटका है "मेरापन"..उसको राह तो दिखा दूँ
कर लूँ तैयार खुद को ...
फिर उस चिर-परिचित नये दिन के लिए
जो है मेरे लिए "रोज़-सा"
हाँ...थोड़ी फुरसत चाहती हूँ
जिंदगी की उलझनों से...
थोड़ी फुरसत चाहती हूँ!!
हाँ अपने लिए थोड़ी फुरसत चाहती हूँ!!

मुनेश शर्मा
(मेरे❤️✍️)




 सुप्रभात।
हमें शुक्र मनाना चाहिए अगर कभी थोड़ी सी फ़ुर्सत मिल जाये।
#थोड़ीसीफ़ुर्सत #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
अपने लिए थोड़ा-सा समय चाहती हूँ मैं
जिंदगी की उलझनों से
थोड़ी सी फुरसत चाहती हूँ....

सुलझा सकूँ उलझे मन को
बहला सकूँ रूठे दिल को
मना सकूँ खुद को..
समझ सकूँ स्वयं को
थोड़ी सी फुरसत चाहती हूँ !!
अपने लिए थोड़ा सा समय चाहती हूँ!!
फिर से बचपन में जाकर
कुछ शैतानियाँ कर लूँ
सखी-सहेलियों संग...पोशम्पा खेल लूँ
दिल के कोने में छिपे बच्चे को फिर से हँसाने को
थोड़ी सी फुरसत चाहती हूँ!!
हाँ अपने लिए थोड़ा-सा समय चाहती हूँ
अपने  होने का एक बार फिर...
 एहसास मैं कर लूँ...
खुद को ही खुद से एक बार तो मिलवा दूँ
जो भटका है "मेरापन"..उसको राह तो दिखा दूँ
कर लूँ तैयार खुद को ...
फिर उस चिर-परिचित नये दिन के लिए
जो है मेरे लिए "रोज़-सा"
हाँ...थोड़ी फुरसत चाहती हूँ
जिंदगी की उलझनों से...
थोड़ी फुरसत चाहती हूँ!!
हाँ अपने लिए थोड़ी फुरसत चाहती हूँ!!

मुनेश शर्मा
(मेरे❤️✍️)




 सुप्रभात।
हमें शुक्र मनाना चाहिए अगर कभी थोड़ी सी फ़ुर्सत मिल जाये।
#थोड़ीसीफ़ुर्सत #yqdidi  #YourQuoteAndMine
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