देर से ही सही पर समज तो आ रहा है कौन अपना है कौन गेर है ये वक्त बता रहा है भीड़ तो बहुत है यहां हमारे दोस्त रिश्तेदारों की पर अपना नहीं कोई ये वक्त बता रहा है बात बात में दोस्त कहते हैं we are best friends पर ना जाने क्यूँ दिल सबसे दूर जा रहा है बातों में न किसी कि अपनापन लगेगा मन सबसे दूर भागने का करेगा बात तो सब करेगे गेरो की तरह msg कॉल से पर पास बैठ के सुनने का वक़्त नहीं है किसी पे देख ली हे ये दुनिया मेंने ज़्यादा ही करीब से नहीं लगता अब मुझे कोई भी अपना क़रीब से॥ ©Itznazma #Trading #yeduniya