बड़े थे अरमान टूटा दिल हम मंजिल की खोज में निकल पड़े नंगे पैर, गुमसुम सा रास्ता था उस मंजिल का ना कोई सहारा ना किसी का साथ बस चलते गए लेकर अरमान। करते गए प्रयास मंजिल की तरफ बढ़ते गए जब तक सांस है तब तक प्रयास। ©Abdhesh prajapati #safar #Pryash #Walk