अजीब दास्ताँ है ये, ना किसी के करीब रहूँगा... ना किसी को करीब रखूँगा.. हर कोई समझ जायेगा की मुझे समझना मुश्किल है.. बस सब से खुद को इतना अजीब रखूँगा.. #अजीब #दस्ता #है #ये