यूँ तो तू अपने खास लोगों की आजमाइश ना कर यहाँ बेख़बर, ये वो दौर है जहां आँधी में पत्ते भी अपनी साख छोड़ देते हैं।। #post236 #खासलोग #अंकितशर्माबेख़बर