Nojoto: Largest Storytelling Platform

कर नवाज़िश खुद पर बंदेया इक ठौर कहीं पर रुक जा रे क

कर नवाज़िश खुद पर बंदेया
इक ठौर कहीं पर रुक जा रे
क्यों भटक रहा दूजे की ख़ातिर
अपना तो आदिल बन जा रे #आदिल
कर नवाज़िश खुद पर बंदेया
इक ठौर कहीं पर रुक जा रे
क्यों भटक रहा दूजे की ख़ातिर
अपना तो आदिल बन जा रे #आदिल