बरसात की वो पहली बूंद, तेरे होठों पर सितारों सी लगती है। तेरी भीगी साड़ी भीगे बदनं पर चांदनी सी सजती है। मैं तो दीवाना था तेरा, तू मेरी दीवानी लगती है। आ मिलकर पूरी कर दें, हम दो ये जो अधूरी कहानी लगती है। ©gabbar000786 #NationalSimplicityDay sun kayastha Chahat Kanchan POETICPOOJA Riya Soni